Anmol24News-Patna आज दिनांक 30.07.2024 को अंगदान के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु ज़िला पदाधिकारी श्री चन्द्रशेखर सिंह के अध्यक्षता में समहारणालय सभागार में एक बैठक बुलायी गई ! बैठक में ज़िला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह, डीडीसी पटना तनय सुल्तानिया, सोटो चेयरमैन डॉ मनीष मण्डल, निदेशक डीआरडीए अनजन दत्ता, सिविल सर्जन डॉ मिथिलेश कुमार समेत सभी ज़िलों के एसडीओ, अनुमंडल पदाधिकारियों, ज़िला एवं सूचना संपर्क पदाधिकारियों, प्रखंड विकास अधिकारियों ने भाग लिया!
अंगदान के प्रचार प्रसार हेतु इस बैठक डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा “अंगदान एक ऐसा नेक कार्य है जो दूसरों को जीवनदान देता है! इस मुहिम में हम कोशिश करेंगे के ज़्यादा से ज़्यादा लोग जुड़े! हमारी कोशिश होगी के हम इस विषय को हर स्तर पर प्रचारित और प्रसारित करे!” उन्होंने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया के वे सभी अपने अपने ज़िलों में और अंचल स्तर पर अंगदान के लिए शपथ पत्र भरवाए और लोगों को जागरूक करें! डीडीसी पटना, श्री तनय सुल्तानिया, ने अंगदान को बढ़ावा देने की बात कही और कहा, “ के हम सबने अंगदान के बारे में सुना है अपने आसपास ऐसे कई लोग हैं जिन्हें ऑर्गन संबंधित बीमारी है और अंग प्रत्यारोपण की ज़रूरत है! ऐसे में यह बेहद ज़रूरी है कि हम अंगदान की महत्ता को समझे और इसके लिए आगे आये” उन्होंने यह भी कहा के “आगामी 3 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालयों में अंगदान के लिए ज़्यादा से ज़्यादा अधिकारी और कर्मचारी शपथ लें और इस दिन अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन करे!”
बैठक में पीपीटी प्रेजेंटेशन द्वारा अंगदान से जुड़ी बारीकियों पर चर्चा हुई!
सोटो के चेयरमैन प्रो डॉ मनीष मण्डल ने कहा “ देश भर में अंगदान जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है! इसको लेकर जागरूक होना बेहद ज़रूरी है! यह समय की माँग है क्योंकि ऑर्गन फेलियर की समस्या बढ़ती जा रही है! डिमांड ज़्यादा है और सप्लाई कम! ऐसे में अगर हर एक व्यक्ति अंगदान की प्रतिज्ञा ले तो इससे कई मरीज़ों की जान बचायी जा सकती है! बिहार में अंगदान और प्रत्यारोपण दोनों को दुरुस्त करने को लेकर आने वाले सालों में काफ़ी कुछ किया जाना है. हमारी कोशिश है के बिहार में ज़्यादा से ज़्यादा सुविधा वाले रिट्रियवल एवं ट्रांस्प्लांट सेंटर्स हों. टिश्यू बैंक आईजीएमएस में पहले ही स्थापित हो चुका है!” सोटो के नोडल अधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया के “हर साल भारत में सड़क दुर्घटना में डेढ़ लाख से ज़्यादा मौतें होती हैं, इनमें से अगर हर व्यक्ति ने अंगदान के लिए शपथ लिया होता तो शायद कइयों की जान बचायी जा सकती! एक व्यक्ति कि शरीर से 8 लोगों को नया जीवन मिल सकता है!” उन्होंने ब्रेन स्टेम के बारे में बताते हुए कहा “ ब्रेन डेथ हमारे देश में लीगल है और अंगदान केवल ब्रेन डेड मरीज़ से ही हो सकता है! एक जीवित व्यक्ति एक किडनी, लिवर और पैंक्रियाज का हिस्सा दान कर सकता है!” सोटो की आईईसी कंसलटेंट एकता ने बताया “ऑर्गन्स की डिमांड और सप्लाई में गैप बहुत ज़्यादा है! जहां हर साल हज़ारों मरीज़ अंग प्रत्यारोपण के लिए रजिस्टर कराते हैं उनमे से कुछ ही को अंग उपलब्ध हो पता है! ऐसी परिस्थिति में यह बहुत ज़रूरी है के लोग इसके बारे में ना सिर्फ़ जाने बल्कि स्वेच्छा से अंगदान के लिए आगे आये! अंगदान की प्रक्रिया में दान करता और प्राप्त करता दोनों को ही किसी तरह का खर्च नहीं उठाना पड़ता! अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी निःशुल्क है!”
मौक़े पर सभी अंचल अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी ज़िला शिक्षा पदाधिकारी, ज़िला पंचायती राज पदाधिकारी, ज़िला प्रोग्राम पदाधिकारी, सभी चिकित्सा अधीक्षकों ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कि ज़रिये भाग लिया!