Anmol24News- Ranchi आज दिनांक 28.04.2024 को डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल,राँची के विद्यार्थी-शिक्षकों ने आर्य समाज मंदिर,राँची के रविवारीय साप्ताहिक सत्संग में भाग लिया।
सर्वप्रथम विद्यार्थियों-शिक्षकों ने प्रातः7:30 बजे आर्य समाज,राँची की यज्ञशाला में आचार्य विमलेंद्र शास्त्री के ब्रह्मणतत्व में वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ कुण्ड में आहुतियाँ प्रदान करते हुए सभी के सुख-समृद्धि एवं निरोगी काया के लिए कामना की।तत्पश्चात सत्संग भवन में संगीत शिक्षक इंद्रजीत दत्ता की संगत में बच्चों ने मधुर स्वर में प्रार्थना-‘सुबह-सबेरे लेकर तेरा नाम प्रभु करते हैं शुरु आज का काम प्रभु’ प्रस्तुत कर समां बांध दी।
डॉ०प्रद्युम्न शास्त्री ने स्वामी दयानन्द सरस्वती जी के अमर ग्रंथ’सत्यार्थप्रकाश के दसवें समुल्लास में वर्णित मनुष्य-जीवन की साधारण बातों पर विचार किया है,जैसे- क्या खाना चाहिए? क्या नहीं खाना चाहिए? आपस में कैसे व्यवहार करना चाहिए? दैनिक जीवन किस प्रकार होना चाहिए ? आदि-आदि।
शिक्षक अशोक पाठक ने आर्य समाज के सिद्धांतों पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि आज के युग में व्यक्ति के नैतिक मूल्यों का पतन का मूल कारण अशिक्षा है।उसने सत्संगों में जाना छोड़ दिया है।दान-धर्म से विमुख व्यक्ति का पतन ही होता है।अगर आप सभी इस व्याधि से बचना चाहते हैं,तो अपने आपको शिक्षा और सत्संगों से जोड़े रखो तभी कल्याण है।
इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आर्य,प्रधान,झारखंड राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा,राँची(झारखंड),एस एल गुप्ता,संरक्षक,आर्य समाज,राँची, राजेन्द्र आर्य, प्रधान,आर्य समाज,राँची,अजय आर्य मंत्री, संजय पोद्दार, कोषाध्यक्ष एवं डीएवी हेहल के वरिष्ठ शिक्षक ए के अमरेश,एन के दुबे,डी पी चाँद,पी एस दास,एस के महापात्रा,वी एन रॉय,जितेंद्र कुमार,इंद्रजीत दत्ता,सुभाष मिश्रा,ए के मिश्रा,कुमारी सूर्या,एन के पाठक एवं विद्यालय के कक्षा छटवीं से लेकर कक्षा नवीं तक के चुने हुए 45 विद्यार्थी उपस्थित थे।जिन्होंने आज के साप्ताहिक सत्संग में भाग लेकर धर्म लाभ उठाया एवं पुण्य के भागी बने।