Anmol24news-अररिया, 26 नवंबर जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को गुणवत्ता आश्वासन मानक यानी एनक्वास प्रमाणीकरण को लेकर जरूरी कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में फारबिसगंज प्रखंड अंतर्गत हरिपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राज्यस्तरीय विशेष टीम द्वारा मूल्यांकन किया। दो सदस्यीय मूल्यांकन टीम में दरभंगा के आरपीएम नजमूल हौदा, यूनिसेफ कंस्लटेंट जगजीत कुमार शामिल थे। मूल्यांकन के क्रम में राज्यस्तरीय टीम के सदस्यों ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं का बारिकी से मुआयना किया। टीम के सदस्यों ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की साफ-सफाई, उपलब्ध चिकित्सकीय उपकरण, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, जरूरी जांच व उपचार संबंधी सेवाएं, रोगियों की संतुष्टी सहित निर्धारित मानकों के संचालन संबंधी मामलों का अवलोकन किया। इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप, डीपीसी राकेश कुमार, डीसीक्यूए डॉ मधुबाला सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य के पीआई राजीव कुमार, यूनिसेफ के डिस्ट्रिक्ट कंस्लटेंट राकेश कुमार सहित संबंधित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार एनक्वास का उद्देश्य
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक एनक्वास भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर व सुव्यवस्थित तरीके से सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं की प्रक्रिया व परिणाम की गुणवत्ता को सुधारना है। उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के एनक्वास प्रमाणीकरण का प्रयास किया जा रहा है। प्रारंभिक चरण में जिले के तीन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रमाणीकरण को लेकर जरूरी पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।
प्रमाणीकरण से रोगियों को उपलब्ध होगी उत्कृष्ट सेवाएं
डीपीएम संतोष कुमार ने कहा कि हरिपुर एचडब्ल्यूसी पर उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं को उत्कृष्टता प्रदान करने के लिये विभागीय स्तर से प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर एचडब्ल्यूसी को एनक्वास प्रमाणीकृत बनाने की कवायद की जा रही है। ताकि रोगियों को इलाज से जुड़ी बेहतर सेवा मुहैया कराया जा सके।
केंद्रीय टीम के मूल्यांकन से पूर्व जरूरी तैयारियों का दिया सुझाव
मूल्यांकन के नतीजों पर संतोष जाहिर करते हुए राज्यस्तरीय टीम के सदस्यों ने केंद्रीय टीम के मूल्यांकन से पूर्व एचडब्ल्यूसी पर उपलब्ध चिकित्सकीय इंतजाम को और अधिक बेहतर बनाने को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को कई जरूरी सुझाव दिये। राज्यस्तरीय टीम के सदस्य आरपीएम दरभंगा नजमूल हौदा ने एचडब्ल्यू पर स्वच्छता संबंधी इंतजाम को और अधिक बेहतर बनाने का सुझाव दिया। स्वास्थ्य कर्मियों के क्षमता संवर्द्धन के जरूरी प्रशिक्षण, क्वालिटी टूल का डिस्पले, क्वालिटी ऑबजेक्टिव, एचडब्ल्यूसी भवन के रंग-रोगन, वितरण केंद्र पर दवाओं की कलर कोडिंग को अधिक उपयोगी बनाने का सुझाव टीम के सदस्यों ने दिया।
दो अन्य एचडब्ल्यूसी का जल्द होगा राज्यस्तरीय मूल्यांकन
जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में प्रमाणीकरण के लिये जिले के तीन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का चयन किया गया है। इसके तहत अररिया प्रखंड अंतर्गत हडियाबाड़ा, जोकीहाट के केसर्रा व फारबिसगंज प्रखंड के हरिपुर एचडब्ल्यूसी का नाम शामिल है। जल्द ही अन्य दो एचडब्ल्यूसी का भी राज्यस्तरीय विशेष टीम द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा। मूल्यांकन में बेहतर नतीजे प्राप्त होने पर केंद्रीय टीम के मूल्यांकन को लेकर जरूरी कवायद की जायेगी। इसे लेकर हर स्तर पर जरूरी तैयारी की जा रही है।