Anmol24news-पटना, 13 अगस्त। बिहार की राजधानी पटना के मौर्य लोक परिसर में युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा से विशाल तिरंगा पद-यात्रा निकाली गयी। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल उपस्थित रहे।
इस यात्रा में विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, मंत्री नितिन नवीन, पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद, महापौर सीता साहू, उपमहापौर रेशमी चन्द्रवंशी समेत सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए।
आजादी के 78वें वर्षगाँठ के अवसर पर 78 मीटर विशाल तिरंगे झंडे को सैकड़ों युवा और कार्यकर्ता अपने कंधे की ऊँचाई तक हाथों से पकड़े देशभक्ति के गीतों पर झूमते हुए गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक तक गये जहां इस यात्रा का विधिवत समापन हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है, देश लोकतंत्र का जश्न मना रही है, आज हम हर घर तिरंगा यात्रा शुरू कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से पूरे देश के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देंगे। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्र के सम्मान के लिए ही पूरी दुनिया में जानी जाती है।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का प्रयास है। हर घर तिरंगा अभियान देश की आन बान शान के लिए कुर्बान होने वालों को नमन करने का मौका देता है। घर-घर तिरंगा लहराकर हमें स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति नमन की भवना को सुनिश्चित करना चाहिए। तिरंगा हमें राष्ट्र के प्रति समर्पित और राष्ट्र सेवा की भावना को बताता है, इसलिए हमारा फर्ज है कि हम तिरंगे की आन बान शान के लिए किसी भी प्रकार का समझौता न करें।
नगर विकास मंत्री नितिन नवीन में कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा अभियान से राजधानी के लोगो को जोड़ने और विशेषकर युवाओं में जोश भरने के लिए यह विशाल तिरंगा यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। देश के प्रति समर्पण और तिरंगे का सम्मान सभी देशवासियों की भावना है। यात्रा का उद्देश लोगो और विशेषकर युवाओं के भीतर देशभक्ति की भावना का संचार करना है ताकि भ्रामक और मिथ्या की राजनीति से दूरी बनाकर राष्ट्रवाद की मूल भावना का सृजन किया जा सके।