Anmol24news-पालीगंज (पटना) । उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद के 15 साल के शासन में पुस्तकालयों और बौद्धिक केंद्रों की घोर उपेक्षा की गई जबकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने के बाद इन केंद्रों को पुनर्जीवन दिया गया। उन्होंने कहा कि गोपाल नारायण सार्वजनिक पुस्तकालय सह संग्रहालय को कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा।
श्री चौधरी ने गोपाल नारायण सार्वजनिक पुस्तकालय सह संग्रहालय ( पालीगंज) में संरक्षित अमूल्य पांडुलिपियों, पुस्तकों और पुरातात्विक महत्व की वस्तुओं का अवलोकन करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से इस पुस्तकालय को नया भवन मिला, पांडुलिपियों का डिजिटलाइज किया गया और सरकार आगे भी इसके विकास में सहयोग देती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पुस्तकालयों के संरक्षण, संवर्धन और आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
पुस्तकालय के 112वें स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि बाबू गोपाल नारायण ने ब्रिटिश दासता के अंधकारमय युग में बौद्धिक-पुरातात्विक धरोहर को आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रखने का जो महान कार्य किया, वह आज पुस्तकालय के रूप में विद्यमान है।
श्री चौधरी ने कहा कि भरतपुरा पुस्तकालय -सह- संग्रहालय के शताब्दी समारोह (19 दिसम्बर 2012 ) की अध्यक्षता नीतीश कुमार ने की थी और उन्होंने ही 5 फरवरी 2017 को इसके नये भवन का उद्घाटन किया था।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस सार्वजनिक पुस्तकालय-सह-संग्रहालय के आधुनिकीकरण में गहरी दिलचस्पी ली, जिससे यहां संग्रहित पाण्डुलिपियों में एक लाख पेज को डिजिटाइज्ड कर आम दर्शकों और शोधार्थियों को संस्थान परिसर में प्रोजेक्ट माध्यम दिखलाने की व्यवस्था की जा सकी।
श्री चौधरी ने कहा कि इस ऐतिहासिक पुस्तकालय-सह-संग्रहालय को पर्यटक रुप में विकसित कर उलार सूर्यमंदिर एवं मनेर पर्यटक केन्द्र से जोड़ने जैसी मांगों पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी।