Home खबरे परिवारहित राजद की एकलौती प्राथमिकता, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा लालू परिवार का पुराना चरित्र: श्री उमेश सिंह कुशवाहा

परिवारहित राजद की एकलौती प्राथमिकता, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा लालू परिवार का पुराना चरित्र: श्री उमेश सिंह कुशवाहा

by anmoladmin

Anmol24News -पटना, 04 अगस्त 2024 विवार को पार्टी प्रदेश कार्यालय, पटना में आयोजित मिलन समारोह में राजद के प्रदेश एवं समस्तीपुर जिला इकाई के प्रमुख नेताओं ने जद(यू0) का दामन थामा। पार्टी के मा0 प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, बिहार सरकार के मा0 जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी एवं मा0 ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक चैधरी ने संयुक्त रूप से सभी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। इस मौके पर मा0 विधानपार्षद सह पार्टी के कोषाध्यक्ष श्री ललन कुमार सर्राफ, मा0 विधानपार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’, प्रदेश महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी श्री चंदन कुमार सिंह, समस्तीपुर महानगर की जिलाध्यक्ष श्रीमती शकुंतला वर्मा एवं श्री अनिल कुमार मौजूद रहे।

उक्त मौके पर प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुए विकासकार्यों एवं पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर राजद के प्रमुख नेतागण जद(यू0) परिवार में शामिल हुए हैं। इससे समस्तीपुर सहित आस-पास के जिलों में जद(यू0) को मजबूती मिलेगी एवं आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में विकास विरोधी ताकतों को उखाड़ फेंकने में हम कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी नए साथियों के मान-सम्मान का समुचित ख्याल रखेगी। मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सभी जाति-धर्म को एक सूत्र में पिरोकर आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं और सभी के उत्थान में दिन-रात जुटे रहते हैं। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि परिवारहित राजद की एकलौती प्राथमिकता है और जमीनी स्तर के मेहनतकश कार्यकर्ताओं की उपेक्षा लालू परिवार का पुराना चरित्र रहा है। राजद के राजनीतिक रसातल की ओर जाने का यह एक मुख्य वजह है।

मा0 मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि राजद के क्रियाकलापों से क्षुब्ध होकर तमाम साथियों ने जद(यू0) परिवार में शामिल होने का स्वागतयोग्य फैसला लिया है और यह फैसला जद(यू0) की भविष्य को लेकर एक सुनहरा संकेत भी देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि जातीय गणना, आरक्षण की सीमा में बढ़ोतरी एवं बिहार के लिए विशेष दर्जा या विशेष पैकेज की मांग मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सोच का प्रतिफल है।

 

 

 

यह तीनों चिर-लंबित मांग श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में फलीभूत भी हुआ है। विपक्ष केवल झूठा श्रेय लेने के लिए इन विषयों पर अनावश्यक हल्ला मचा रहा है। श्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि बिहार विधानसभा में विपक्ष के सदस्यगण तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे थे कि बजट में बिहार के साथ सौतेला व्यवहार हुआ है। वहीं नई दिल्ली में इंडी ब्लाॅक के सांसदगण बिहार को विशेष सहायता मिलने पर नाराजगी व्यक्त रहे थे। इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों में यह भारी विरोधाभाष विपक्ष के मानसिक दिवालियापन का जीता जागता प्रमाण है।

मा0 मंत्री श्री अशोक चैधरी ने नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में पंद्रह वर्षों तक उनके माता-पिता का शासन था लेकीन उन्होंने कभी दलित, पिछड़ा और अतिपिछड़ा समाज के हितों की चिंता नहीं की। बिहार में जातीय गणना कराने और आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए कभी प्रयास तक नहीं किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराध पर सरकार को नसीहत देने से पहले श्री तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता का जंगलराज याद कर लेना चाहिए। राजद की सरकार में रंगदारी और अपरहण एक उद्योग के तौर पर स्थापित हो चुका था। प्रदेश का व्यापारी, डाॅक्टर और इंजीनियर अपने जान-माल की रक्षा के लिए पलायन करने पर मजबूर थे। श्री अशोक चैधरी ने कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव केंद्र की राजनीति में खुद को किंगमेकर होने का दावा करते थे मगर इतने ताकतवर होने के बावजुद भी उन्होंने कभी बिहार के लिए विशेष दर्जा या विशेष सहायता की मांग नहीं की।

पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्य रूप से श्री पीताम्बर राय, श्री दिनेश राय, श्री महेश कुमार कुशवाहा, श्री प्रमोद राय, श्री अरविंद कुमार शर्मा, श्री रवि कुमार, श्री सुधीर राम, श्री हरेंद्र कुमार हरि, श्री मुकेश कुशवाहा, श्री अजय राय, श्री गौतम राय, श्री लालबाबू महतो, जनाब अरशद अली, जनाब मो0 सरवर, श्री राजकुमार शाह, जनाब अफसार अहमद सहित दर्जनों लोग थे।

 

 

 

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