Anmol24news-पटना, मंगलवार, दिनांक 20.08.2024 जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभागार में खरीफ विपणन मौसम, 2023-24 अंतर्गत धान अधिप्राप्ति/सीएमआर आपूर्ति में प्रगति की समीक्षा की गई। उनके द्वारा अनुमंडलवार एवं प्रखंडवार कुल क्रय, कुल क्रय का समतुल्य सीएमआर, कुल लॉट, सीएमआर आपूर्ति का लक्ष्य, अद्यतन सीएमआर आपूर्ति एवं एसएफसी से पैक्स को भुगतान इत्यादि की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि धान अधिप्राप्ति कार्यक्रम में चावल (सीएमआर) प्राप्त करने की अंतिम तिथि सरकार द्वारा 20 अगस्त, 2024 निर्धारित की गई थी। उक्त तिथि तक पूर्ण मात्रा में चावल तैयार करने में होने वाली कठिनाइयों के आलोक में चावल तैयार कर बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम के चावल संग्रहण केन्द्रों में जमा करने की अंतिम तिथि दिनांक 31 अगस्त, 2024 तक विस्तारित की गई है। उन्होंने कहा कि अभी भी पैक्सों द्वारा 255 लॉट सीएमआर आपूर्ति किया जाना शेष है। धान के समतुल्य कुल सीएमआर (एफआरके सहित) 1,24,353.841 एमटी (4,288.063 लॉट) के विरूद्ध एसएफसी को 1,16,948.979 एमटी (4,033 लॉट) सीएमआर ही आपूर्ति किया गया है। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि सभी पैक्स निर्धारित अवधि तक शत-प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी तरह की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही बरतने के आरोप में अभी तक 14 पैक्स पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीएमआर आपूर्ति में ढीला-ढाला रवैया अख्तियार करने एवं विलंब करने वाले नौ अन्य पैक्स को भी चिन्हित किया गया है जिनका नाम खजुरी, कौड़िया, राघोपुर, बेला, पैनाल, बेर्रा, कोसुत, गोविन्दपुर बौरही एवं डेवां है। उन सबके विरूद्ध सीएमआर आपूर्ति में लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि नहीं रहने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। जो भी पैक्स दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं उनके विरूद्ध नीलाम पत्र दायर कर शत-प्रतिशत राशि की वसूली के साथ ही उन्हें डिफॉल्टर घोषित करने की कार्रवाई की जाएगी। उनके निर्वाचन पर भी रोक लगाने की कार्रवाई की जाएगी।
आज की समीक्षा बैठक में सीएमआर आपूर्ति में संतोषजनक प्रदर्शन नहीं करने वाले छः प्रखंडों-पालीगंज, दुल्हिनबाजार, बिक्रम, धनरूआ, बिहटा तथा नौबतपुर-के प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण करते हुए उन सभी का वेतन अगले आदेश तक अवरूद्ध रखा गया है। धनरूआ में 37 लॉट, बिक्रम में 47 लॉट, दुल्हिनबाजार में 35 लॉट, पालीगंज में 29 लॉट, बिहटा में 27 लॉट, नौबतपुर में 31 लॉट अवशेष सीएमआर बचा है जो काफी अधिक है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंडों में पैक्स से समन्वय कर सीएमआर गिराव में तेजी लाएँ अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारियों को निदेश दिया कि जो भी पैक्स सीएमआर आपूर्ति में शिथिलता बरत रहा है, सहयोग एवं रिस्पॉन्ड नहीं कर रहा है, उन सबके विरूद्ध जाँच कर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी द्वारा दानापुर एवं पालीगंज अनुमंडलों के अनुमंडल पदाधिकारियों को सीएमआर आपूर्ति में विशेष प्रयास कर तेजी लाने का निदेश दिया गया।
विदित हो कि दिनांक 15 फरवरी, 2024 तक कुल 1,81,391.535 एमटी धान का क्रय किया गया था। शत-प्रतिशत किसानों को भुगतान कर दिया गया है। धान के समतुल्य कुल सीएमआर (एफआरके सहित) 1,24,353.841 एमटी (4,288.063 लॉट) है। एसएफसी को 1,16,948.979 एमटी (4,033 लॉट) सीएमआर आपूर्ति किया गया है जो लक्ष्य का 94.05 प्रतिशत है। एसएफसी से पैक्स को भुगतान की गई राशि 3,75,24,95,871.97 रुपया है। जिलाधिकारी द्वारा सीएमआर की आपूर्ति में तेजी लाने का निदेश दिया गया। 31 अगस्त तक शत-प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति के निदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया। जिस-जिस पैक्स के पास ज्यादा बकाया है वहाँ प्रखण्ड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी समन्वय स्थापित कर समय से सीएमआर आपूर्ति सुनिश्चित कराएँगे अन्यथा उनके विरूद्ध जिम्मेदारी निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारियों को सीएमआर आपूर्ति हेतु प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित कर इसका अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
अनुमंडलवार समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सीएमआर आपूर्ति का प्रतिशत पटना सिटी में 100, बाढ़ में 99.69, पटना सदर में 94.71, मसौढ़ी में 93.83, पालीगंज में 91.63 तथा दानापुर में 91.11 है। अवशेष सीएमआर पालीगंज में 112 लॉट, दानापुर में 79 लॉट, मसौढ़ी में 52 लॉट, पटना सदर में 10 लॉट, बाढ़ में 02 लॉट एवं पटना सिटी में शून्य लॉट है। जिलाधिकारी ने कहा कि सीएमआर आपूर्ति की स्थिति पटना सिटी एवं बाढ़ अनुमंडलों में काफी अच्छी है। इन दोनों अनुमंडलों में शत-प्रतिशत या लगभग 100 प्रतिशत सीएमआर गिराव हो गया है। इसके लिए दोनों अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी तथा उनकी पूरी टीम बधाई का पात्र है। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर द्वारा बताया गया कि तीन दिनों के अंदर शेष 10 लॉट सीएमआर गिरा लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, मसौढ़ी को निदेश दिया कि मसौढ़ी अनुमंडल में सीएमआर आपूर्ति में तेजी लाई जाए। विगत एक सप्ताह में यहाँ केवल 09 लॉट सीएमआर गिरा है जबकि अभी 52 लॉट गिराया जाना शेष है। दानापुर अनुमंडल में भी विगत एक सप्ताह में केवल 14 लॉट सीएमआर गिरा है जबकि अभी 79 लॉट गिराया जाना शेष है। पालीगंज अनुमंडल में विगत एक सप्ताह में केवल 24 लॉट सीएमआर गिरा है जबकि अभी 112 लॉट गिराया जाना शेष है। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि पालीगंज एवं दानापुर अनुमंडलों में सीएमआर आपूर्ति पर विशेष ध्यान दें। अनुमंडल पदाधिकारी निरंतर प्रयास कर स्थिति में अविलंब सुधार लाएँ। सहयोग नहीं करने वाले पैक्स के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सीएमआर आपूर्ति में किसी भी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निदेश दिया कि निर्धारित समय तक हर हाल में सीएमआर आपूर्ति के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल कराना सुनिश्चित करें। जो भी पैक्स एवं मिलर इसमें शिथिलता बरतता है उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। अनुमंडल पदाधिकारी प्रतिदिन समीक्षा करें।
प्रखण्डवार समीक्षा में पाया गया कि धनरूआ में 37 लॉट, बिक्रम में 47 लॉट, दुल्हिनबाजार में 35 लॉट, पालीगंज में 29 लॉट, बिहटा में 27 लॉट, नौबतपुर में 31 लॉट अवशेष सीएमआर है। जिलाधिकारी द्वारा इन सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को स्थिति में तुरत सुधार लाने का निदेश दिया गया अन्यथा सीएमआर आपूर्ति में लापरवाही बरतने के आरोप में इन पदाधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सीएमआर आपूर्ति में जिन-जिन प्रखण्डों में प्रगति संतोषजनक नहीं है वहाँ अनुमंडल पदाधिकारी विशेष रूचि लेकर कार्यों में प्रगति लाएँ।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा अनुमंडल पदाधिकारियों, जिला सहकारिता पदाधिकारी तथा जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम को प्रतिवेदित मिलिंग क्षमता के विरूद्ध धीमी गति से मिलिंग करने वाले मिलों की जाँच करने तथा स्वीकृत्यादेश निर्गत होने के निर्धारित समय सीमा के अंदर सीएमआर जमा नहीं कराए जाने पर पैक्सों के अवशेष धान का भौतिक सत्यापन करने का निदेश दिया गया। सीएमआर जमा नहीं कराए जाने पर सभी पैक्सों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए।
आज के इस बैठक से प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, पटना अनुपस्थित थे। उनका पूर्व में भी प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। उनके द्वारा प्रतिवेदन भी ससमय नहीं दिया जाता है। जिलाधिकारी द्वारा इन आरोपों के कारण प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, पटना से स्पष्टीकरण करते हुए विभाग को प्रतिवेदित करने का निदेश दिया गया।