Anmol24news-पटना बुधवार, दिनांक 18.12.2024ः जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज अध्यक्ष, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड श्री शीर्षत कपिल अशोक तथा अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ जिले में विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया गया तथा निर्माण कार्यों एवं जन-सुविधाओं की जाँच की गई। जनहित की महत्वपूर्ण विकासात्मक एवं लोक-कल्याणकारी योजनाओं में अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। पूर्वाह्न 10.30 बजे गाँधी मैदान से प्रारंभ कर कारगिल चौक, अशोक राजपथ पर मेट्रो निर्माण, डबल-डेकर फ्लाईओवर निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों का जिलाधिकारी ने स्थलीय भ्रमण किया तथा निर्माण कार्यों एवं जन-सुविधाओं की जाँच की। उन्होंने अतिक्रमण, यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था सहित नागरिकों के जीवन-यापन से जुड़े हर पहलू का जायजा लिया।
यह निरीक्षण लगभग दो घंटा चला।जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा कारगिल चौक-गाँधी मैदान से पीएमसीएच होते हुए पटना सायंस कॉलेज तक अशोक राजपथ पर 2.2 किलोमीटर की लंबाई में 2-लेन डबल-डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। स्थल निरीक्षण में देखा गया कि कार्य में अच्छी प्रगति है। अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रतिवेदन के अनुसार फाउंडेशन वर्क 93 प्रतिशत, सब स्ट्रक्चर 83 प्रतिशत, सुपर स्ट्रक्चर 53 प्रतिशत तथा एप्रोच कार्य 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। शेष कार्य भी तेजी से चल रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि पुल निर्माण निगम के अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया था कि इसके निर्माण में कुछ जगहों पर समस्याएँ आ रही है। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए आज बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री शीर्षत कपिल अशोक के साथ निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया गया। कारगिल चौक से पूरब बीएन कॉलेज के नजदीक तक 51 दुकान डबल-डेकर परियोजना के सर्विस रोड के मार्ग-रेखन (एलाइनमेंट) में है। पुल निर्माण निगम द्वारा इन दुकानों के पीछे बराबर संख्या में सदृश आकार के दुकानों का निर्माण किया गया है जिसमें दुकानों को शिफ्ट किया जाना है। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर द्वारा दुकानों के मालिकों को नोटिस निर्गत किया गया है। उन्हें आज इन दुकानों को इस सप्ताह शनिवार तक नव-निर्मित दुकानों में शिफ्ट कराकर तोड़ने का निदेश दिया गया है ताकि डबल-डेकर फ्लाईओवर के निर्माण में कोई समस्या न आए। जिलाधिकारी ने कहा कि इस रूट में पटना मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा मेट्रो का कार्य भी समानान्तर ढंग से किया जा रहा है। दोनों क्रियान्वयन एजेंसियों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर समयबद्ध ढंग से कार्य करने के लिए निदेशित किया गया है। अंजुमन इस्लामिया हॉल के पास डबल-डेकर फ्लाईओवर के स्पैन नम्बर 26 से 32 तक पुल निर्माण निगम लिमिटेड के आरओडब्ल्यू (राईट ऑफ वे) में मेट्रो द्वारा बैरिकेडिंग किये जाने के फलस्वरूप डबल-डेकर फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में समस्या आ रही है। जिलाधिकारी द्वारा मेट्रो के अधिकारियों को रोड के किनारे बाउंड्री वाल की तरफ बैरिकेडिंग बोर्ड चार मीटर पीछे करते हुए डबल डेकर निर्माण हेतु जगह उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया ताकि पुल निर्माण निगम को भी कार्य करने में कोई समस्या न हो। पटना सायंस कॉलेज के नजदीक कुछ समस्याएँ थीं जिसका आज निरीक्षण के वक्त पटना मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन एवं बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों को आपस में समन्वय कर शीघ्र दूर करने का निदेश दिया गया। यहाँ डबल-डेकर फ्लाईओवर का रैम्प उतारा जाना है। इसके दोनों तरफ उत्तर एवं दक्षिण पुल निर्माण निगम द्वारा सात-सात मीटर चौड़ा सर्विस रोड बनाया जाना है। उत्तर तरफ अर्थात साईंस कॉलेज की तरफ बनने वाले सर्विस रोड में मेट्रो द्वारा लिफ्ट के पिट का निर्माण किया जा रहा है जो पुल निर्माण निगम लिमिटेड के आरओडब्ल्यू में 5 मीटर अंदर आ गया है। इसके कारण पुल निर्माण निगम को समस्या हो रही है। पुल निर्माण निगम के अधिकारियों को मेट्रो द्वारा कोई सूचना भी नहीं दी गई थी। जिलाधिकारी ने इसपर नाराज़गी जताते हुए कहा कि इससे डबल-डेकर के आरई वॉल का निर्माण बाधित है। मेट्रो के अधिकारियों को पुल निर्माण निगम के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्य करने का निदेश दिया गया है। भविष्य में इसके चौड़ीकरण के लिए भी प्रयास किया जाएगा। पदाधिकारियों को निदेशित किया गया है कि वर्तमान में कार्य में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। पुल निर्माण निगम के अधिकारियों को उपलब्ध जगह पर रैम्प का रिडिजाइन कराते हुए निर्माण कार्य कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा पटना मेट्रो रेल परियोजना (पीसी-03) के क्रियान्वयन पैकेज के तहत छः अंडरग्राउण्ड मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। ये स्टेशन्स हैं- आकाशवाणी, गाँधी मैदान, पीएमसीएच, पटना यूनिवर्सिटी, मोईनुलहक स्टेशन, राजेन्द्र नगर स्टेशन। उन्होंने कहा कि पटना मेट्रो रेल परियोजना में प्रगति काफी अच्छी है। सभी व्यवधान को पहले ही दूर कर दिया गया है। कभी-कभी जो छोटे-छोटे मुद्दे आते हैं उसे संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सजगतापूर्वक दूर कर रहे हैं। भू-अर्जन एवं भू-हस्तांतरण का कोई भी मामला लंबित नहीं है। भू-अर्जन के मामलों में कोई बाधा नहीं है। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को रैयतों के मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने का निदेश दिया गया है। मेट्रो परियोजना हेतु भू-हस्तांतरण के लगभग सभी मामलों को जिला-स्तर से प्रक्रिया पूर्ण करते हुए आगे की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन विभाग को भेज दिया गया है। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को भू-हस्तांतरण के मामलों का त्वरित गति से निष्पादन कराने हेतु आवश्यकतानुसार विभागों से समन्वय करने का निदेश दिया गया है। पटना यूनिवर्सिटी तथा पीएमसीएच मेट्रो स्टेशन के लिए दखल कब्जा अधियाची विभाग को पहले ही प्राप्त हो गया है। अधिकारियों को मानक प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए मेट्रो निर्माण हेतु मार्ग में आ रहे संरचनाओं का रिलोकेशन करने का निदेश दिया गया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना मेट्रो रेल परियोजना के क्रियान्वयन में सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) को विश्वास में लिया गया है। आवश्यकतानुसार ट्रैफिक डायवर्सन के लिए समाचार पत्रों एवं विभिन्न माध्यमों से आम जनता को सूचना दी जा रही है ताकि नागरिकों को कोई समस्या न हो। पटना मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन के अधिकारियों को निर्माण कार्य में सुरक्षात्मक, प्रदूषण नियंत्रण सहित सभी मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निदेश दिया कि एसओपी के अनुसार कार्य किया जाए ताकि किसी को कोई खतरा न हो। अनुमंडल पदाधिकारी को इसका अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि नागरिकों को उत्तम सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। राजधानी पटना में काफी तेजी से मेट्रो निर्माण का काम हो रहा है। जनता को वर्ष 2025 में यह सुविधा प्राप्त हो जाएगी। अधिकारियों को तत्पर रहकर सभी कार्य ससमय सम्पन्न करने का निदेश दिया गया है।
डीएम ने कहा कि पटना मेट्रो रेल परियोजना से नागरिकों को लोक परिवहन सुविधा का उत्तम माध्यम उपलब्ध होगा। वाहन जाम की समस्या दूर हो जाएगी तथा वर्तमान में उपलब्ध अवसंरचनाओं पर भी बोझ कम हो जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना जिला में आम जनता के लिए बेहतर-से-बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। सरकार के उद्देश्यों के अनुरूप विकासात्मक एवं लोक-कल्याणकारी योजनाओं का गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समयबद्ध ढंग से सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इसके लिए तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। जनहित में नियमित तौर पर अतिक्रमण उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। जेपी गंगापथ का अशोक राजपथ से कनेक्टिविटि पहले ही हो गया है। इसके लिए बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा कृष्णा घाट पर सम्पर्क पथ का निर्माण किया गया है। इससे पटना विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों, प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं, मरीजों, चिकित्सकों सहित सभी आम नागरिकों को आने-जाने में काफी सहायता मिल रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि अगले साल फरवरी तक कारगिल चौक से पटना सायंस कॉलेज तक डबल-डेकर फ्लाईओवर का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। इसके लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है। डबल-डेकर फ्लाईओवर बनने से लोगों को और सहायता मिलेगी। ट्रैफिक जाम की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिलेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पटना के शहरी क्षेत्रों में नियमित तौर पर अतिक्रमण उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। फॉलो-अप टीम भी लगातार सक्रिय रहती है। अतिक्रमण हटाने से यातायात प्रवाह सुगम होता है। इससे लोगों को आने-जाने में समय की बचत होती है तथा अपने कार्यों को करने में आसानी होती है।
जिलाधिकारी ने अनुमण्डल पदाधिकारी, पटना सदर तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पटना सदर को क्रियान्वयन एजेंसियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करने तथा सभी कार्यों में प्रगति का नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया।