Anmol24news -Patna बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड पटना में इन दिनों समर कैम्प का आयोजन किया गया है। जिसमें प्रत्येक दिन विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में बच्चे और अभिभावक बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहें है। इसी बीच समर कैम्प के तीसरे सत्र में उद्योग में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका पर एक सत्र का आयोजन किया गया। इस आयोजन में रोबाटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) नवाचार के बारे में जानकारी दी गई। इस विशेष सत्र का संचालन टेकप्रो लैब्ज,बिहार के संस्थापक विवेकानंद प्रसाद द्वारा दिया गया।
कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों को एआई और रोबोटिक्स की दुनिया से परिचित कराना और आज के तेजी से बढ़ते तकनीकी परिदृश्य में उनके महत्व को प्रदर्शित करना है। शैक्षिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विवेकानन्द प्रसाद ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में एआई और रोबोटिक्स की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया।
श्री प्रसाद ने कहा, “एआई और रोबोटिक्स सिर्फ भविष्य नहीं हैं; वर्तमान हैं। वे हमारे जीने और काम करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं, प्रक्रियाओं को तेज, अधिक कुशल और सुरक्षित बना रहे हैं।” “हमारी युवा पीढ़ी के लिए इन तकनीकों को जल्दी समझना आवश्यक है, क्योंकि वे ही भविष्य के नवाचारों को आकार देंगे और संचालित करेंगे।”
पूरे सत्र के दौरान, श्री प्रसाद ने वास्तविक जीवन के उदाहरणों और व्यावहारिक गतिविधियों का उपयोग करके जटिल अवधारणाओं को सरल और इंटरैक्टिव तरीके से समझाया। बच्चों ने रोबोट को कार्य करते हुए देखा और जाना कैसे एआई हमारे समस्याओं को हल कर सकता है। सत्र में बच्चों को रोबोटिक मॉडल प्रदर्शन और एआई-संचालित अनुप्रयोगों से सीधे जुड़ने के मौका मिला।
कार्यक्रम में एक प्रश्नोत्तर सत्र भी शामिल था, जहां बच्चों ने उत्सुकता से सवाल पूछे कि एआई और रोबोटिक्स का उपयोग कृषि क्षेत्र में कैसे किया जा सकता है। कैसे उद्योग में नई नौकरियाँ पैदा करने, उत्पादकता बढ़ाने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए इन प्रौद्योगिकियों की क्षमता समझ सकते हैं।
टेकप्रो लैब्ज बिहार स्थित एक अग्रणी प्रौद्योगिकी शिक्षा कंपनी है जिसकी स्थापना विवेकानंद प्रसाद ने की है। यह सभी उम्र के छात्रों को एआई, रोबोटिक्स और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों में व्यावहारिक सीखने के अनुभव प्रदान करने पर केंद्रित है। कार्यशालाओं, पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों के माध्यम से, टेकप्रो लैब्ज का लक्ष्य युवा दिमाग में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना है।
बिहार राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड भविष्य में ऐसे और अधिक शैक्षिक कार्यक्रमों की मेजबानी करने की योजना बना रहा है, जिसका लक्ष्य पारंपरिक उद्योगों और आधुनिक तकनीक के बीच की खाई को पाटना है।