Anmol24news-अररिया, 24 जून स्कूली बच्चों के शारीरिक व मानसिक देखभाल के साथ-साथ उन्हें स्वच्छता संबंधी मामलों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत के तहत जिले में स्कूल स्वास्थ्य व आरोग्य कार्यक्रम संचालित है। इसके तहत स्कूली बच्चों को नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच व स्क्रीनिंग के साथ जरूरी चिकित्सकीय सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जाता है। योजना के सफल क्रियान्वयन व इसके सतत निगरानी को लेकर विभागीय स्तर से नया मोबाइल एप जारी किया गया है। कॉम्प्रिहेंसिव एडोलिसेंट हेल्थ मोबाइल एप के माध्यम इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन संभव हो सकेगा। साथ ही अधिक से अधिक बच्चे योजना लाभ से लाभान्वित हो सकेंगे। मोबाइल एप के माध्यम से कार्यक्रम की निगरानी रिपोर्टिंग को लेकर डीसी आरबीएसके, बीसीएम सहित अन्य संबंधित कर्मियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी सह डीआईओ डॉ मोईज की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूएनएफपीए के बुद्धदेव, राजेश कुमार, डीएमएनई पंकज कुमार झा, यूनिसेफ के राकेश कुमार, डीसीएम सौरव कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
स्कूली बच्चों का समग्र विकास कार्यक्रम का उद्देश्य
प्रशिक्षण के संबंध में कार्यक्रम के नोडल सह डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि स्कूल स्वास्थ्य व आरोग्य कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों के समग्र विकास सुनिश्चित कराना है। ताकि बच्चे शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहें और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनायें। कार्यक्रम की निगरानी व मॉनेटरिंग पहले पहले ऑफ लाइन किया जाता था। इसमें अदलाव करते हुए अब नया मोबाइल एप जारी किया गया है। ताकि योजना का सतत मॉनेटरिंग करते हुए इसका सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा सके।
कार्यक्रम की सतत निगरानी होगा संभव
यूएनएफपीए के बुद्धदेव ने बताया कि कॉम्प्रिहेंसिव एडोलिसेंट हेल्थ मोबाइल एप का संचालन बेहद आसान है। बिहार के 14 जिलों में एप के माध्यम से कार्यक्रम के सतत निगरानी की पहल की जा रही है। इसमें अररिया भी शामिल है। प्रशिक्षक राजेश कुमार ने बताया कि ये मोबाइल एप स्कूल स्वास्थ्य व आरोग्य कार्यक्रम की निगरानी व इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिहाजा से महत्वपूर्ण है। एप की मदद से बच्चों के स्वास्थ्य जांच, स्क्रीनिंग सहित अनय गतिविधियों का डेटा आसानी से संग्रहित किया जा सकेगा। ताकि जरूरत पड़ने पर किसी बच्चे के स्वास्थ्य को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा।
स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रति जागरूक होंगे स्कूली बच्चे व शिक्षक
जिला अनुश्रवण व मूल्याकंन पदाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि एप के माध्यम से योजना की रियल टाइम मॉनेटरिंग संभव होगा। तत्काल व सटीक जानकारी एप के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगा। ताकि समय पड़ने पर तत्काल आवश्यक कदम उठाया जा सके। एप में उपलब्ध डेटा के आधार पर स्कूल व स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रदर्शन का मूल्याकंन किया जा सकेगा। इससे विभिन्न इलाकों में कार्यक्रम के प्रभावशीलतग्की समीक्षा की जा सकेगी। स्कूली शिक्षक व स्वास्थ्य कार्यकर्ता व अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय बेहतर होगा। एप के माध्यम से बच्चों और शिक्षकों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों के प्रति जागरूक होंगे। स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति व चुनौतियों की समीक्षा संभव होगा।