Anmol24news-अररिया राज्य के उच्च प्रजनन दर वाले जिलों की सूची में शामिल है. तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण जरूरी संसाधनों पर लोगों की पहुंच सीमित होता जा रहा है. तो वहीं मातृ-शिशु मृत्यु दर, कुपोषण सहित सामुदायिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों में भी निरंतर इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों को बढ़ावा दे रहा है. विभाग समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन संबंधी उपायों की पहुंच व इसकी स्वीकार्यता को बढ़ाने की मुहिम में जुटा है. इसे लेकर नवदंपतियों को विशेष रूप से चिह्नित करते हुए उनके सफल व सुखद वैवाहिक जीवन की कामना के साथ शगुन के तौर पर नई पहल किट उपलब्ध करा रहा है. नई पहल किट आशा कार्यकर्ताओं की मदद से संबंधित पोषक क्षेत्र की नवविवाहिताओं के बीच वितरत किया जा रहा है. इस दौरान आशा कर्मी उन्हें परिवार नियोजन के महत्व व इसके लिये उपलब्ध विभिन्न संसाधनों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है.
आशा कार्यकर्ताओं की मदद से किया जा रहा किट वितरित
जिले में नई पहल किट का वितरण शुरू हो चुका है. रानीगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार झा, बीएचएम प्रेरणा रानी वर्मा, बीसीएम वसीम रेजा की अगुआई बुधवार को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हुए नव विवाहिताओं के बीच नई पहल किट का वितरण किया गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से नव विवाहिताओं के बीच नई पहल किट वितरित किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य नव दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें छोटा व सीमित परिवार रखने के लिये प्रोत्साहित करना है. बीसीमए वसीम रेजा ने विशेष रूप से तैयार इस किट में बधाई पत्र, जूट का बैग, विवाह पंजीकरण फॉर्म, परिवार नियोजन संबंधी जागरूकता सामग्री, कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां, गर्भ जांच, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां, सहित नव दंपती के इस्तेमाल में आने वाली अन्य सामग्री के शामिल होने की जानकारी दी.
प्रखंडवार वितरित किये जायेंगे 04 हजार से अधिक किट
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि नई पहल के किट के वितरण को लेकर आशा कर्मियों को पूर्व में जरूरी जानकारी दी गयी है. नई पहल किट के वितरण परिवार नियोजन संबंधी उपायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है. डीपीसी राकेश कुमार ने इस विभागीय पहल से जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण संबंधी प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा. राज्य स्तर से वितरण के लिये जिले को 04 हजार 218 किट उपलब्ध कराया गया है. इसे आवश्यता व मांग के अनुरूप प्रखंडवार वितरण के सभी पीएचसी को उपलब्ध करा दिया गया है. अररिया पीएचसी को 750, फारबिसगंज को 900, जोकीहाट को 450, रेफरल अस्पताल रानीगंज को 650, पीएचसी भरगामा को 250, नरपतगंज को 550, कुर्साकांटा को 250, पलासी को 230 व सिकटी पीएचसी को 188 किट उपलब्ध कराये जाने की जानकारी उन्होंने दी.
परिवार की खुशहाली व समृद्धि का आधार है छोटा परिवार
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि किसी परिवार की समृद्धि व खुशहाली के लिये परिवार का आकार छोटा होना जरूरी है. परिवार का आकार छोटा होने से बच्चों लालन-पालन बेहतर तरीके से संभव है. बच्चों का पोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी मामलों पर खर्च कम होने से परिवार बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव होता है. परिवार की खुशहाली व समृद्धि बढ़ती है.