Anmol24News -पटना पटना पुस्तक मेला का उदघाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कर-कमलों से सम्पन्न होगा। इस समारोह में माननीय उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी एवं माननीय उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा विशिष्ट अतिथि होंगे। सीआरडी पटना पुस्तक मेला 2024 का उदघाटन समारोह शुक्रवार 6 दिसम्बर 2024 अपराह्न 3.00 बजे सुनिश्चित है।
40 वर्षों से लगने वाला बिहार का अपना वाला लोक उत्सव सीआरडी पटना पुस्तक मेला गाँधी मैदान में सजधज कर तैयार है. कलकत्ता से आये सौ से भी अधिक कलाकर्मी की ठकठक की आवाज के साथ अंतिम कीलें ठोंकी जा रही हैं. 6 से 17 दिसंबर 2024 तक लगने वाला पटना पुस्तक मेला पीली रोशनी और सिरीज बल्ब की छतरी से नहाया हुआ है.
अंधकार को चीर कर किताबों के प्रकाश से प्रकाशित होने को तैयार है. इस बार पटना पुस्तक मेला अपनी पुरानी जगह पर गेट नंबर 5 की ओर लगेगा. 6 और 10 नंबर गेट की ओर से भी पुस्तक प्रेमी गांधी मैदान में प्रवेश कर सकते हैं. इस बार पटना पुस्तक मेला में तीन गेट से प्रवेश करने की सुविधा रहेगी. तीनों गेट पर टिकट काउंटर भी होगा. यह जानकारी देश के चर्चित लेखक और सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने दी.
पटना पुस्तक मेला इस बार अपने दो प्रमुख मंचों के साथ विविध कार्यक्रमों से गुलजार होगा. इस बार नए आकर्षण बच्चे जैसे कथा कहानी, सिनेमा-उनेमा, किस्सागो, कविताई, हरियाली रंगोत्सव, बस बोल डाल, जानो जक्सन, कला मुआयना, जन संवाद, करियर एंड कॉन्सेलिंग, नई किताब, कलम, कॉफ़ी हॉउस आदि हैं.
इस बार यूनिसेफ के साथ मिलकर बच्चों को प्रेरित करने के लिए ‘बच्चे जैसे कथा कहानी’ कार्यक्रम किया जा रहा है. इसमें देश के मशहूर किस्सागो डॉक्टर कुमार विमलेन्दु बच्चों को कहानी लिखना सिखाएँगे. बच्चों द्वारा लिखित चुनी हुई कहानियों की किताब छापी जायेगी.
इस बार पटना के मुहल्लों का स्मरण करना भी पटना पुस्तक मेला का ध्येय होगा. इसलिए तीनों गेट का नाम क्रमशः अशोक राजपथ, बोरिंग रोड और फ्रेजर रोड होगा. प्रशासनिक भवन राजेंद्र नगर के नाम से जाना जायेगा, वहीँ श्रीकृष्णा पुरी और पाटलिपुत्रा कॉलनी के नाम से हमारे मंच जाने जायेंगे. कला मुआयना कंकड़बाग, सिनेमा उनेमा बाकरगंज, हरियाली रंगोत्सव कुर्जी के नाम से पहचाना जाएगा. फूड कोर्ट और अन्य ब्लॉक के नाम मारुफ़ गंज, खेमनीचक, दानापुर, किदवईपुरी, राजा बाजार, खगौल, अनीसाबाद, अदालतगंज होंगे.
युवाओं और बच्चों के लिए जानो जंगसन द्वारा विविध प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी, वहीं प्रभा खेतान फाउनडेशन द्वारा कलम कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके अंतर्गत मशहूर लेखक सुधीश पचौरी और सच्चिदानंद जोशी शामिल होंगे. इनसे क्रमशः बातचीत करेंगे युवा आलोचक मयंक और कुमार वरुण.
इस बार पटना पुस्तक मेला पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री उषा किरण खान को समर्पित है. इनपर केन्द्रित कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. इन कार्यक्रमों में प्रेम कुमार मणि, त्रिपुरारी शरण, निवेदिता, कुमार वरुण आदि शामिल होंगे. इस बार की थीम है – पेड़ पानी जिंदगी- पर्यावरण संरक्षण अभी.
इस बार नये लेखकों की किताबों की प्रदर्शनी के लिए विशेष इंतजाम किया गया है। केवल 101/- रुपये रजिस्ट्रेशन चार्ज देकर नोवेल्टी एण्ड कम्पनी के स्टॉल पर 1 किताब की प्रदर्शनी लगेगी। शर्त यह होगी की लेखक को स्वयं उपस्थित रहना होगा।
जन संवाद कार्यक्रम में सांसद शाम्भवी, प्रताप सोमवंशी, मधुबाला, संजय कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, शैला यश्मिन, मुस्कान, कुलपति एसपी शाही, अरुण भागत, कुमार वरुण, डॉक्टर माधवी, चर्चित आलोचक जय प्रकाश पांडेय, सुशिल कुमार, युवा आलोचक अंजुम शर्मा, डॉक्टर आशा, विनोद बंधु, अश्विनी कुमार, डॉक्टर सविता पारिक, शाम्भवी, ज्ञानेश्वर, कौशलेन्द्र, कुमार प्रबोध, महेंद्र यादव आदि प्रमुख वक्ता अपनी बात रखेंगे.
इस बार कुछ इन्फ़्लुएन्सर भी कार्यक्रमों में शामिल किये जा रहे हैं उनमें अंजलि सिंह, सौरव अनुराज, बरखा, अमितेश सिन्हा, मटरगस्ती के सैयद साहेब अली, व्हाइस हब के अनुकूल तिवारी, डॉ. अभिषेक तिवारी, विदुषी, दीपक तिवारी आदि शामिल होंगे.
स्वर्णकमल प्राप्त तीन दिग्गज एक साथ मंच पर उपस्थित रहेंगे. इनमें विनोद अनुपम, अनंत विजय और यतीन्द्र मिश्र शामिल हैं. इनसे बातचीत करेंगे प्रशांत.
इस बार करियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम के अंतर्गत भारत इंस्टीच्यूट ऑफ़ ऐरोनोटिक्स, बिरला इंस्टीच्यूट, डिजाइन हब, आकाश इंस्टीच्यूट, विद्यापीठ अकादमी, सिमेज, ऑफिसर्स अकादमी आदि शामिल हो रहे हैं.
स्कूल उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत मिलेनियम वर्ल्ड स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, पटना दून पब्लिक स्कूल, लीड्स एशियन स्कूल, स्कोलार्स अबोड स्कूल, शेमरोक किड्स, इंटरनेशनल कूल, डीवाय पाटिल अनीसाबाद द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी.
साथ ही चर्चित कवि सर्वश्री अनिल विभाकर, विनय कुमार, निवेदिता, कुमार मुकुल, ध्रुव गुप्त, मुकेश प्रत्युष, अरविन्द श्रीवास्तव, निखिल आनंद, नताशा, अंचित, उपांशु, उत्कर्ष, मैत्रीशरण, शहंशाह आलम, राजकिशोर राजन, राकेश रंजन, मुसाफिर बैठा. सुमन सिन्हा, चन्द्रबिन्द, समीर परिमल, रश्मि, गुंजन, संजय कुमार कुंदन, अरविन्द पासवान, निखलेश्वर वर्मा, खुर्शीद आलम, काशिम खुर्शीद, प्रेम किरण, आराधना प्रसाद, नशीम अख्तर, सदफ इक़बाल, शाहिद अख्तर, कृष्ण समिद्ध, अमलेंदु अस्थाना, नरेन्द्र कुमार, अरविन्द कुमार सिंह, रमाकांत चंदन, राजेश कमल आदि शामिल होंगे.
कथाकारों में सर्वश्री कमलेश, रमेश चन्द्र, उषा ओझा, राजन पाठक, अतुल, मुरली श्रीवास्तव, अरुण सिंह, भावना शेखर, आशा प्रभात, संतोष दीक्षित, हृषिकेश सुलभ, अवधेश प्रीत, मुहम्मद नूर, अली इमाम आदि शामिल होंगे.
बिहारी भाषाओँ में मंगलम, प्रियंका मिश्रा, भारती मिश्रा आदि प्रमुख हैं.
इस बार प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी, नेशनल काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ़ उर्दू लैंग्वेज, मर्कजा मकतबा, जनचेतना, दारुल इशात, बिहार राष्ट्र भाषा परिषद्, फॉरवर्ड प्रेस, अग्रवाल ग्रुप ऑफ़ पब्लिकेशन, राष्ट्रीय एटलस, उपहार प्रकाशन, ओसवाल लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, दिशा पब्लिकेशन्स, आदि होंगे. पहली बार भाग लेने वाले प्रकाशकों में अनबाउंड सक्रिप्ट, फिजिक्सवाला, युकियोटा पब्लिशिंग आदि भाग ले रहा है.
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