Anmol24News-New Delhi 3 जुलाई को INDIA ब्लॉक के छात्र संगठनों ने जंतर मंतर पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें NEET और NET के अभ्यर्थियों के साथ AISA, NSUI, AISF, MSF, SFI सहित अन्य छात्र संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और NTA को तत्काल खत्म करने और धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की।
सार्वजनिक बैठक की अध्यक्षता जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष धनंजय ने की, जिन्होंने पीड़ित 40 लाख छात्रों की ओर से पेपर लीक की तत्काल न्यायिक जांच और परीक्षाओं के केंद्रीकरण की प्रवृत्ति को समाप्त करने की मांग की। आइसा दिल्ली राज्य सचिव कॉमरेड नेहा ने कहा, “हम धर्मेंद्र प्रधान को एक पल के लिए भी चुप नहीं रहने देंगे। जिस व्यक्ति ने 40 लाख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, उन्हें हमारा शिक्षा मंत्रालय अविलंब छोड़ देना चाहिए।” आइसा महासचिव कॉमरेड प्रसेनजीत ने कहा, “एनटीए पहले से ही जांच के दायरे में है, फिर वे अन्य परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा कैसे कर सकता है? यह भ्रष्टाचार तभी रुकेगा जब एनटीए को पूर्ण रूपेण समाप्त किया जाएगा!” अन्य वक्ताओं में एसएफआई महासचिव मयूख विश्वास, एआईएसएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विराज देवांग, एमएसएफ के प्रसीडेंट अहमद और छात्र सपा और छात्र राजद के नेता शामिल थे।
अनिश्चितकालीन धरने के सातवें दिन दिल्ली पुलिस द्वारा की गई क्रूर हिरासत की छात्र नेताओं ने एकजुट होकर निंदा की और कई छात्रों पर दर्ज की गई एफआईआर के खिलाफ संकल्प लिया।
जनसभा को समाप्त करते हुए एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, “आइसा ने 8 दिनों तक अनिश्चितकालीन धरना की अहम लड़ाई का नेतृत्व किया है। आज से हम सभी मिलकर इस पर विचार करेंगे और एकजुट होकर आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे!”
*_धर्मेंद्र प्रधान को इस्तीफा देना होगा!_*
*_एनटीए को हटाया जाए!_*
#IndiaAgainstNTA
*आइसा का*